देश की बेटी निर्भया को मिला इंसाफ


चारों गुनाहगारों को फांसी, महिला सहित विभिन्न संगठनों ने न्याय पर जताई ख्ुाशी
अजमेर,(नसं.-सरेराह)।  निर्भया के चारों गुनाहगारों को शुक्रवार  सुबह 5.30 बजे फांसी की सजा दे दी गई। जिस पर महिला सहित विभिन्न संगठनों ने देश की बेटी  निर्भया को इंसाफ मिलने की बात कही और खुशी जाहिर की। शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष सबाखान सहित महिला संगठनों की पदाधिकारियों ने कहा कि देश की बेटी को इंसाफ मिल गया। देश में फास्ट ट्रैक अदालतें बढऩी चाहिए। निर्भया को इंसाफ मिलने में 7 साल 7 महीने और 3 दिन लग गए। बलात्कारी और बलात्कार करने के बाद जो हत्या करते हैं, ऐसे जघन्य अपराध करते हैं, उनको फांसी मिलनी चाहिए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से भी बलात्कारी को 6 महीने के अंदर-अंदर सजा सुनाकर फांसी की सजा की मांग की। प्रधानमंत्री को संसद में भी यह विधेयक पास करवाना चाहिए, फास्ट ट्रैक अदालतों का और दोषियों को 6 महीने के अंदर-अंदर फांसी पर लटका देना चाहिए। संसद में बिल पास करवाना चाहिए। हम लोग जश्न नहीं मनाते हैं, लेकिन सब महिलाओं को इक_ा करके इस बात के लिए जरूर कहते कि देखिए अपने हक के लिए अपने इंसाफ के लिए लड़ी है। निर्भया की मां को लंबे इंतजार के बाद इंसाफ मिला। इस तरह की कोई घटनाएं हो या कोई बात हो तो यह सोच कर कि लंबी इंसाफ की लड़ाई लडऩी पड़ेगी। यह सोचकर चुप मत बैठिए, क्योंकि कई ऐसी देश की बेटियां हैं, जिनको इंसाफ अभी भी बाकी है। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस खेलकूद प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव शैलेश गुप्ता की अगुवाई में युवाओं ने  देश में 7 साल से चल रही सबसे लंबी कानूनी जंग के बाद निर्भया के दरिंदों को फांसी की सजा मिलने पर खुशी का इजहार किया और इसे न्याय दिवस के रूप में मनाया।  निर्दयी बलात्कारियों ने निर्भया के साथ जघन्य अपराध किया। गुप्ता का कहना है कि आज के दिन निर्भया न्याय दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए।  निर्भया और उसकी मां को न्याय मिला है, देश में ऐसा जघन्य अपराध फिर न हो। इसके लिए दरिंदों  व हैवानों को सबक लेना चाहिए। समाज सेवी हरि सैन ने निर्भया के दरिंदों को फांसी दिए जाने पर खुशी जाहिर की और अन्य बलात्कारियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की।